Global Day of Parents 2023 :
जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत और क्या है महत्व
दुनिया में हमारी पहचान हमारे माता-पिता से होती है. वो ही हमें इस संसार में लेकर आते हैं
और उन्हीं के नाम से हमें पहचान मिलती है. आप चाहे कितने ही बड़े व्यक्ति क्यों न बन जाएं,
जब भी कोई बड़ा दस्तावेज आपके सामने आएगा, उसमें आपको अपने माता-पिता का नाम जरूर बताना पड़ेगा.
आज के समय में आप जो कुछ भी हैं, वो अपने माता-पिता के संस्कार और उनकी दी हुई परवरिश की बदौलत हैं.
कैसे हुई ग्लोबल डे ऑफ पैरेंट्स की शुरुआत
1 जून साल 2012 में यूएन जनरल असेंबली में इस दिन को मनाने की आधिकारिक घोषणा की गई. तब से हर साल इस दिन को 1 जून को सेलिब्रेट किया जाता है
इस दिन का महत्व
हमारे जीवन के लिए माता-पिता जो कुछ भी करते हैं, उसके पीछे उनका कोई स्वार्थ नहीं छिपा होता है.
हमारे संस्कार और व्यक्तित्व के पीछे माता-पिता की ही झलक होती है.
ग्लोबल डे ऑफ पैरेंट्स माता-पिता को शुक्रिया कहने का दिन है
हम बच्चों को ये अहसास कराने का दिन है कि हमारे बुजुर्ग माता-पिता बोझ नहीं, हमारी जिम्मेदारी हैं.
इस जिम्मेदारी को हमें फर्ज समझकर पूरा करना चाहिए.
साथ ही माता-पिता को वो सम्मान देना चाहिए, जिसके वास्तव में वो हकदार हैं.